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काशी में खुली है दुकान
Kashi Me Khuli Hai Dukan Bhajan Lyrics
काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी हो गौरा रानी क्या लोगी….
पायल तो मैं पहन के आई,
मुझे बिछुबा दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी हो गौरा रानी क्या लोगी….
लहंगा तो मैं पहन के आई,
मुझे चुनर दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी हो गौरा रानी क्या लोगी…..
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हरवा तो मैं पहन के आई,
मुझे नथनी दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी हो गौरा रानी क्या लोगी….
चूड़ा तो मैं पहन के आई,
मुझे महंदी दिला दो भोलेनाथ,
मैं तो बस यही लूंगी,
काशी में खुली है दुकान गौरा रानी क्या लोगी,
गौरा रानी क्या लोगी हो गौरा रानी क्या लोगी
काशी में खुली है दुकान Kashi Me Khuli Hai Dukan Bhajan Lyrics एक प्रसिद्ध भजन है जो हमें भगवान शिव की अनंत कृपा और प्रेम की ओर मोहित करता है। इस भजन में माता गौरा कशी की गलियों में सामान ख़रीदने जाती है और शिव भगवान् से आग्रह करती है की मुझे ये सामान दिला दो। गीत के शब्दों में, काशी की गलियों में एक दुकान की बात की गई है, जिसमें भगवान माता गोरा के साथ बाजार घूमने जाते है और माता गोरा उनसे अलग अलग फरमाइश करती रहती है । यह एक आध्यात्मिक संदेश है कि हमें भगवान के अनुग्रह को पहचानने की आवश्यकता है और उनकी उपस्थिति को हमारे जीवन में स्वागत करना चाहिए। इस भजन के माध्यम से हम अपने मन को शुद्ध और ध्यानयोगी बनाने की प्रेरणा प्राप्त करते हैं।
काशी में खुली है दुकान Kashi Me Khuli Hai Dukan Bhajan Lyrics Youtube Video
Song – Kashi Main Khuli Hai Dukan Gora Rani Kya Logi
Singer – Aarti
Music – Naman Gujral
lyrics – Neetu G
Editing – Mayank
Label – Bhajan Bhakti
Copyright – Bhajan Bhakti