हीरा रत्न जिसे डायमंड के नाम से भी जाना जाता हैं सभी रत्नों में सबसे महंगा रत्न हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हीरा रत्न शुक्र ग्रह का रत्न हैं। शुक्र ग्रह और हीरा दोनों का बहुत अधिक मह्त्व है। हीरे को ऐसे सभी व्यक्ति धारण कर सकते हैं। जिनकी जन्म कुंडली में शुक्र लग्नेश, पंचमेश और नवमेश हों। जिन व्यक्तियों की कुंड्ली में शुक्र ग्रह शुभ भावों का स्वामी हों तथा शुभ भावों में स्थित हों ऐसे सभी व्यक्तियों को शुक्र रत्न हीरा पहनने से शुभता की प्राप्ति होती हैं। हीरा रत्न अपने धारक को शीघ्र फल देने शुरु कर देता है। हीरे के विषय में एक मान्यता प्रसिद्ध हैं कि हीरा पहनने समय यह ध्यान रखना चाहिए कि वो किसी भी प्रकार से दोषयुक्त न हों। हीरे से जुड़ी ऐसी अनेकों किस्से विश्व भर में प्रसिद्ध हैं जिनके अनुसार निर्दोष और उत्तम क्वालिटी का हीरा होने के बावजूद हीरा अपने धारक के लिए अनिष्ट का कारण बना। ऐसे हीरों को विश्व में अभिशप्त हीरे के नाम से जाना जाता हैं। अर्थात ऐसे हीरे जिस भी व्यक्ति के पास रहें या जिस भी व्यक्ति ने इन्हें धारण किया, उनका सब कुछ बर्बाद हो गया। इसलिए हीरा रत्न को जल्दबाजी में पहनने से बचना चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहें हैं कि कुंडली के हिसाब से कौन सा रत्न धारण करें और कौन सा रत्न धारण न करें –
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मेष लग्न
मेष लग्न के व्यक्तियों के लिए हीरा अशुभ रत्न होता है। इसका कारण मेष लग्न के स्वामी मंगल से इनका शत्रुवत संबंध होना व शुक्र इस लग्न के लिए मारकेश होते हैं। अत: इस लग्न के व्यक्तियों को हीरा रत्न पहनने से प्रतिकूल फल प्राप्त होते हैं। जन्मपत्री में शुक्र कहीं भी, किसी भी स्थिति में हों इस लग्न के व्यक्ति को हीरा रत्न नहीं पहनना चाहिए।
वृष लग्न
वृष लग्न में स्थित वॄष राशि शुक्र ग्रह की अपनी राशि हैं। इस प्रकार शुक्र वृष लग्न के लिए लग्नेश होते हैं। लग्नेश का रत्न होने के कारण इस लग्न के लिए यह रत्न सर्वथा शुभ हैं। इस लग्न के व्यक्ति इसे आजीवन धारण करके रखें। रत्न की शुभता से धारक की उत्तम सेहत, रोगों में कमी व आयु में वृद्धि होगी।
मिथुन लग्न
मिथुन लग्न के व्यक्ति हीरा रत्न पहन सकते हैं। इस लग्न के लिए शुक्र लग्नेश बुध के मित्र हैं और पंचमेश भी। इस कारण इनके लिए बहुत लाभकारी और शुभ फल देने वाला रत्न हैं। ऐसे में मिथुन लग्न के व्यक्ति हीरा रत्न धारण कर बुध और शुक्र दोनों ग्रहों की शुभता में वृद्धि कर सकते हैं। पंचमेश का रत्न होने के कारण यह संतान, शिक्षा और प्रेम संबंधों में अनुकूलता देगा।
कर्क लग्न
कर्क लग्न के व्यक्तियों के लिए हीरा रत्न अनुकूल रत्न नहीं हैं। सामान्यत: इस लग्न के व्यक्तियों को हीरा रत्न पहनने की सलाह नहीं दी जाती हैं। विशेष परिस्थितियों में शुक्र की स्थिति को देखकर निर्णय लिया जा सकता है। इसके लिए अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पूर्व किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह अवश ले लें।
सिंह लग्न
सिंह लग्न सूर्य की राशि के प्रतिनिधित्व के अंतर्गत आता हैं। सूर्य और शुक्र दोनों के आपसी संबंध मित्रता के नहीं हैं। इस लग्न के लिए शुक्र शुभ भावों का स्वामी नहीं होता हैं। इसीलिए शुक्र का रत्न हीरा धारण करने से प्रतिकूल फल पाने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। अत: जहां तक संभव हो हीरा रत्न पहनने से बचना चाहिए।
कन्या लग्न
कन्या लग्न के व्यक्तियों का हीरा रत्न धारण करना शुभ और अनुकूल सिद्ध होता हैं। इस लग्न के व्यक्तियों के लिए शुक्र का रत्न हीरा पहनना भाग्योन्नति का कारण बन सकता हैं। लग्नेश बुध और शुक्र दोनों एक दूसरे के मित्र हैं। अत: इस लग्न के व्यक्ति इस रत्न को अवश्य पहने। यह इन्हें भाग्य का सहयोग देगा और शुभता भी।
तुला लग्न
तुला लग्न का स्वामी शुक्र हैं और लग्नेश का रत्न पहनना शुभता देता है। यह रत्न इस लग्न के व्यक्तियों को स्वास्थ्य, सुख, मान-सम्मान और धन देता हैं। इस लग्न के लिए हीरा जीवन रत्न होता हैं इसीलिए इस लग्न के व्यक्ति इसे सदैव पहन कर रखें। जीवन के सभी क्षेत्रों में इस रत्न को पहनने से शुभता की प्राप्ति होगी।
वृश्चिक लग्न
वृश्चिक लग्न मंगल ग्रह का लग्न हैं। इस लग्न के व्यक्तियों को भूल कर भी हीरा रत्न नहीं पहनना चाहिए। इस लग्न के लिए शुक्र ग्रह मारकेश होते हैं। इसलिए इस ग्रह का रत्न धारण करने से शुक्र ग्रह की अशुभता बढ़ जाती हैं और धारक को शारीरिक और अन्य प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
धनु लग्न
धनु लग्न वाले जातकों को भी हीरा रत्न धारण करना शुभ नहीं रहता हैं। यदि इस लग्न के व्यक्ति हीरा रत्न पहनते हैं तो लाभ के स्थान पर हानि होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
मकर लग्न
मकर लग्न शनि ग्रह के स्वामित्व की राशि का लग्न हैं। शुक्र और शनि परस्पर मित्र हैं। अत: मकर लग्न के व्यक्ति शुक्र रत्न हीरा धारण कर सकते हैं। इस रत्न की शुभता को बढ़ाने के लिए इस रत्न के साथ नीलम रत्न भी धारण करें। इससे दोनों रत्न अपना सर्वश्रेष्ठ फल देते हैं
कुम्भ लग्न
कुम्भ लग्न के स्वामी शनि ग्रह हैं। कुम्भ लग्न के जातक हीरा रत्न पहन कर अपने लग्न की शुभता को बेहतर कर सकते हैं। हीरा रत्न इस लग्न के व्यक्तियों के लिए शुभ और कल्याण करने वाला होता हैं। रत्न शास्त्र कहता हैं कि इस रत्न के साथ नीलम और हीरा रत्न एक साथ पहनने चाहिए। दोनों रत्नों को एक साथ पहनने से रत्न से प्राप्त होने वाले शुभ प्रभाव में बढ़ोतरी होती हैं।
मीन लग्न
मीन लग्न के जातकों को हीरा रत्न कभी नहीं पहनना चाहिए। यह दुर्घट्ना और अहित का कारण बन सकता हैं।
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