Table of Contents
मंदिर जहाँ था फिर वही मंदिर बनाएंगे लिरिक्स
है विश्वनाथ बाबा,
सबसे बड़ा प्रतापी,
उसका ही बनारस है,
उसका ही ज्ञानवापी,
हम उसका क़र्ज़ सांस ये,
दे कर चुकाएंगे,
मंदिर जहाँ था,
फिर वही मंदिर बनाएंगे,
मंदिर जहाँ था,
फिर वही मंदिर बनाएंगे,
मंदिर जहाँ था,
फिर वही मंदिर बनाएंगे,
हम भोले के भक्त हैं,
फक्कड़ मिज़ाज़ वाले,
मस्ती में हैं मगन हम,
दुनिया से है निराले,
हम काशी विश्वनाथ से,
वादा निभाएंगे बाबा,
मंदिर जहाँ था,
फिर वही मंदिर बनाएंगे,
आई भगवे की लहर है,
मंदिर है सजने वाला,
कैलाशी आये काशी,
डमरू है बजने वाला,
बस उसके सामने ही
मंदिर जहाँ था,
फिर वही मंदिर बनाएंगे,
|
|
|
ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है
गणेश जी के भजन |
विट्ठलाचे अभंग मराठी |
राधा कृष्ण के भजन |
कृष्णाच्या गवळणी मराठी |
शिव जी के भजन |
गुरुदेव के भजन |
माता रानी के भजन |
दादाजी धुनिवाले के भजन |
साईं बाबा के भजन |
देश भक्ति गीत |
राम जी के भजन |
फ़िल्मी तर्ज पर भजन |
हनुमान जी के भजन |
बधाई गीत |
आरति संग्रह |
चालीसा संग्रह |