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Bhimashankar Jyotirlinga | भीमशंकर ज्योतिर्लिंग

Bhimashankar Jyotirlinga | भीमशंकर ज्योतिर्लिंग

हम सभी अपनी आस्था एवं विश्वास के आधार पर अपने आराध्य का चयन करते है। भारत में हिन्दू धर्म में आस्था रखने वालों की संख्या अनगिनत है।  भारतीय हिन्दुओं के सबसे बड़े आराध्य के रूप में महादेव की पूजा अर्चना का महत्व सबसे अधिक है, क्योंकि उन्हें हर चीज़ की शुरुआत करने तथा अंत के लिए जाना […]

Trimbakeshwar Jyotirlinga | त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग

Trimbakeshwar Jyotirlinga | त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग

“ज्योतिर्लिंग” का शाब्दिक अर्थ है “प्रकाश का लिंग या स्तम्भ ”  इन मंदिरों को शिव की शक्ति पूजा के लिए सबसे शक्तिशाली पूजा स्थल माना जाता है। त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग ( Trimbakeshwar Jyotirlinga ) भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से केवल एक है, जो न केवल भगवान शिव बल्कि पवित्र त्रिमूर्ति में अन्य दो देवताओं – […]

12 Jyotirlinga in India | बारह ज्योतिर्लिंग

12 Jyotirlinga in India | बारह ज्योतिर्लिंग

भारत विभिन्न संस्कृतियों एवं धर्मों का देश है। यहाँ निवास करने वाले लोगों के विश्वास एवं आस्था ही भारतवर्ष को एक संस्कृति समृद्ध देश बनाता है।  हिन्दू धर्मावलंबियों की संख्या भारत में सर्वाधिक है। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार इसमें 33 करोड़ देवी देवता हैं जो इस धर्म को और भी अधिक संस्कृति सम्पन्न […]

Amarnath Cave | बाबा अमरनाथ गुफा मंदिर

Amarnath Cave | बाबा अमरनाथ गुफा मंदिर

अमरनाथ ( Amarnath Cave ) भारत के जम्मू एवं  कश्मीर राज्य में स्थित एक हिंदू तीर्थस्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। शिवजी की मान्यता हिन्दू धर्म में सबसे अधिक है।  यह हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है तथा वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान हर साल हजारों तीर्थयात्री यहाँ भगवान […]

What is Emotional dependency in simple words | भावनात्मक निर्भरता

What is Emotional dependency in simple words | भावनात्मक निर्भरता

भावनात्मक जुड़ाव ( Emotional dependency ) मनुष्य के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। क्योंकि इसी भावना के कारण मानवीय संबंधों को नींव रखी जाती है।  भावनात्मक रूप से किसी से जुड़े बिना आप किसी सम्बन्ध की कल्पना भी  नहीं कर सकते है। यहाँ तक कि हम अपनी व्यक्तिगत वस्तुओं के साथ भी भावनात्मक जुड़ाव […]

शतभिषा नक्षत्र ज्योतिष रहस्य – Shatbhisha Nakshatra Vedic Astrology

आज की हमारी चर्चा शतभिषा नक्षत्र पर केंद्रित है । यह आकाशमण्डल में मौजूद तेइसवां नक्षत्र है जो ३०६.४० डिग्री से लेकर ३२० डिग्री तक गति करता है । इस नक्षत्र को प्रयोत्ता, शततारका, वरुणा व् यम भी कहा जाता है । शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु, नक्षत्र देवता वसु और राशि स्वामी शनि हैं … Continue reading

पूर्वभाद्रपद नक्षत्र ज्योतिष रहस्य – Poorv Bhadrapad Nakshatra Vedic Astrology

आज की हमारी चर्चा पूर्वभाद्रपद नक्षत्र पर केंद्रित है । यह आकाशमण्डल में मौजूद पच्चीसवां नक्षत्र है जो ३२० डिग्री से लेकर ३३३.२० डिग्री तक गति करता है । इस नक्षत्र को अजयपद नाम से भी जाना जाता है । पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी गुरु, नक्षत्र देवता अजयपद और राशि स्वामी शनि तथा गुरु हैं … Continue reading

उत्तरभाद्रपद नक्षत्र ज्योतिष रहस्य – Uttar Bhadrapad Nakshatra Vedic Astrology

आज की हमारी चर्चा उत्तरभाद्रपद नक्षत्र पर केंद्रित है । यह आकाशमण्डल में मौजूद छब्बीसवाँ नक्षत्र है जो ३३३.२० डिग्री से लेकर ३४६.४० डिग्री तक गति करता है । इस नक्षत्र को अहिर्बुध्न्य नाम से भी जाना जाता है । उत्तरभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी शनि, नक्षत्र देवता अहिर्बुध्न्य और राशि स्वामी गुरु हैं । यदि … Continue reading

रेवती नक्षत्र ज्योतिष रहस्य – Revati Nakshatra Vedic Astrology

आज की हमारी चर्चा रेवती नक्षत्र पर केंद्रित है । यह आकाशमण्डल में मौजूद सत्ताईसवाँ नक्षत्र है जो ३४६.४० डिग्री से लेकर ३६० डिग्री तक गति करता है । इस नक्षत्र को पूषा अथवा पौशनम नाम से भी जाना जाता है । रेवती नक्षत्र के स्वामी बुद्ध, नक्षत्र देवता पुष्य और राशि स्वामी गुरु हैं … Continue reading

जाने माला के प्रकार, माला जपने का सही तरीका, नियम और फायदे-By Your Astrology Guru

मेष लग्न की कुंडली में गुरुचण्डाल योग – Guruchandal yoga Consideration in Aries/Mesh

ज्योतिष एक सम्पूर्ण विज्ञान है, पूर्णतया तर्कसंगत है । इस पूर्ण विकसित विज्ञान में किसी भी बात को यूँ ही मान लेने के लिए कोई जगह नहीं है । यदि कोई योग किसी स्थिति में अनिष्टकारक होता है तो कहीं वह योग ही जातक को बहुत उन्नति प्रदान करने में भी पूर्ण सक्षम है । … Continue reading

जाने माला के प्रकार, माला जपने का सही तरीका, नियम और फायदे-By Your Astrology Guru

वृष लग्न की कुंडली में गुरुचण्डाल योग – Guruchandal yoga Consideration in Taurus/Vrish

वृष लग्न की कुंडली में गुरु आठवें और ग्यारहवें भाव के मालिक होकर एक अकारक गृह बनते हैं । आइये विस्तार से जानते हैं गुरु व् राहु की युति से किन भावों में बनता है गुरुचण्डाल योग बनता है, किस गृह की की जायेगी शांति…. वृष लग्न की कुंडली में प्रथम भाव में गुरुचण्डाल योग … Continue reading

जाने माला के प्रकार, माला जपने का सही तरीका, नियम और फायदे-By Your Astrology Guru

मिथुन लग्न की कुंडली में गुरुचण्डाल योग – Guruchandal yoga Consideration in Gemini/Mithun

मिथुन लग्न की कुंडली में गुरु सातवें और दसवें भाव के मालिक होकर एक सम गृह बनते हैं । आइये विस्तार से जानते हैं गुरु व् राहु की युति से किन भावों में बनता है गुरुचण्डाल योग बनता है, किस गृह की की जायेगी शांति…. मिथुन लग्न की कुंडली में प्रथम भाव में गुरुचण्डाल योग … Continue reading

जाने माला के प्रकार, माला जपने का सही तरीका, नियम और फायदे-By Your Astrology Guru

कर्क लग्न की कुंडली में गुरुचण्डाल योग – Guruchandal yoga Consideration in Cancer/Kark

कर्क लग्न की कुंडली में गुरु छठे और नवें भाव के मालिक होकर एक योगकारक गृह बनते हैं । आइये विस्तार से जानते हैं गुरु व् राहु की युति से किन भावों में बनता है गुरुचण्डाल योग, किस गृह की की जायेगी शांति…. कर्क लग्न की कुंडली में प्रथम भाव में गुरुचण्डाल योग Guruchandal yoga … Continue reading

जाने माला के प्रकार, माला जपने का सही तरीका, नियम और फायदे-By Your Astrology Guru

सिंह लग्न की कुंडली में गुरुचण्डाल योग – Guruchandal yoga Consideration in Leo/Singh

सिंह लग्न की कुंडली में गुरु पांचवें और आठवें भाव के मालिक होकर एक योगकारक गृह बनते हैं । आइये विस्तार से जानते हैं गुरु व् राहु की युति से किन भावों में बनता है गुरुचण्डाल योग, किस गृह की की जायेगी शांति…. सिंह लग्न की कुंडली में प्रथम भाव में गुरुचण्डाल योग Guruchandal yoga … Continue reading

जाने माला के प्रकार, माला जपने का सही तरीका, नियम और फायदे-By Your Astrology Guru

कन्या लग्न की कुंडली में गुरुचण्डाल योग – Guruchandal yoga Consideration in Virgo/Kanya

कन्या लग्न की कुंडली में गुरु चौथे और सातवें भाव के मालिक होकर एक सम गृह बनते हैं । आइये विस्तार से जानते हैं गुरु व् राहु की युति से किन भावों में बनता है गुरुचण्डाल योग, किस गृह की की जायेगी शांति…. कन्या लग्न की कुंडली में प्रथम भाव में गुरुचण्डाल योग Guruchandal yoga … Continue reading

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