Comprehensive Exploration of Zoroastrianism
Embark on a journey through the ancient wisdom of Zoroastrianism. Uncover the rich tapestry of beliefs, rituals, and the profound impact of the world’s oldest monotheistic religion.
Embark on a journey through the ancient wisdom of Zoroastrianism. Uncover the rich tapestry of beliefs, rituals, and the profound impact of the world’s oldest monotheistic religion.
बुद्ध का प्रतिनिधित्व करता है। उच्च कोटि का पन्ना जाम्बिया तथा स्कॉट्लैंड की खानों से निकला जाता है ! इसका रंग हलके तोतिये से लेकर गाड़े हरे रंग तक हो सकता है ! असली पन्ने में काले रंग के हलके रेशे होते है ! पारदर्शी और बिना काले रेशे का पन्ना बहुत महंगा हो सकता […]
लग्न के अनुसार पुखराज रत्न धारण करना चाहिए तो चलिए जानते हैं पुखराज कैसे और यह किन-किन लग्नो में धारण किया जा सकता है मेष लग्न मेष लग्न की कुण्डली में बृहस्पति ग्रह व्यय भाव का स्वामी होता है; किन्तु साथ ही वह भाग्येश भी होता है, अंततः दोष मुक्त होकर सम्बंधित व्यक्ति हेतु शुभ […]
नवमांश कुंडली विवेचना एवं निर्माण विधि कुंडली के बारे में जानते-पढ़ते समय नवमांश कुंडली का जिक्र आप लोगों ने कई बार सुना होगा। मन में ये प्रश्न अवश्य आया होगा कि ये नवमांश कुंडली आखिर है क्या कई जिज्ञासु पाठक व कई मित्र जो ज्योतिष में रूचि रखते हैं वे कई बार आग्रह कर चुके […]
क्या आप अपने परिचित के साथ नये रिलेशनशिप (Relationship) में आना चाहते है, अथवा वर्तमान को लेकर आशंकित है और अच्छे से समझना चाहते है। तब आप सही स्थान पर है? यहाँ हम ज्योतिष की दृष्टि से सम्बन्धो तथ उनमे आने वाली समस्याओ के हल बारे में विस्तृत अध्ययन करेंगे। इसके लिये आपको अपनी और […]
मकर लग्न में बुध भाग्य त्रिकोण का स्वामी और षष्टम का स्वामी होने के कारण षष्टम स्थान का दोष नहीं लगता बुध भाग्य स्थान का स्वामी होकर सुविधा प्रदान करता है। शुभ कार्य व उच्च शिक्षा और भाग्य चमकाता है और उन्नति के लिए भाग्य में और चौमुखी विकास के लिए बुध का पन्ना धारण […]
मंत्र जप के नियम और विधि यह आलेख उन सभी के लिए है जो मंत्र की शक्ति तो जानते है पर जप विधि में ध्यान नही दे पाते , मंत्र को कैसे सिद्ध करे और उसका पूर्ण लाभ उठाने के लिए ध्यान से पढ़े मंत्र से जुड़े मुख्य नियम मंत्र जप के लिए बैठने का […]
मंगल का रत्न मूंगा है. मूंगा रत्न के विषय में यह कहा जाता है. इसे धारण करने पर व्यक्ति को अपने शत्रुओं को परास्त करने में सहयोग प्राप्त होता है. मूंगे को संस्कृ्त में प्रवाल, हिंदी में मूंगा, मराठी में इसे पोवले कहते है. मूंगे को उर्दु व फारसी में मिरजान कहते है। मूंगा समुद्र […]
लाल रंग के मूंगा रत्न (Red Coral) को मंगल ग्रह का रत्न माना जाता है। ज्योतिषी मानते हैं कि इसे धारण करने से मंगल ग्रह की पीड़ा शांत होती है। इस रत्न को भौम रत्न, पोला, मिरजान, लता मणि, कोरल, प्रवाल के नाम से भी जाना जाता है। मूंगा रत्न ज्यादातर लाल रंग का होता […]
टाइगर स्टोन निम्रलिखित परिस्थितियों में भी लाभदायक है। जन्मकुंडली में यदि किसी घर के शुभ फल आपको प्राप्त नहीं हो रहे हैं या यदि कोई ग्रह सोया हुआ है तो उस ग्रह के स्वामी ग्रह को जगाना अनिवार्य होता है, जिससे उस घर का शुभ फल मिलता है। जन्मपत्रिका में कुयोग बन रहे हों तो […]
धनु लग्न के जातक को बृहस्पति लग्नेश व चतुर्थ शुभ स्थान का स्वामी होने के कारण अत्यंत ही शुभ माना गया है। इसके कारण से पुखराज रत्न आप आजीवन धारण कर सकते हैं जीवन में चल शारीरिक स्वस्थ के लिए अचल संपत्ति प्रतिष्ठा व शिक्षा में सफलता पाने के लिए गुरु का रत्न पुखराज धारण […]
प्रचलित मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु जब अपने चारों धामों की यात्रा पर जाते हैं तो हिमालय की ऊंची चोटियों पर बने बद्रीनाथ धाम में स्नान करते हैं, पश्चिम में गुजरात के द्वारिका में वस्त्र बदलते हैं, पुरी में भगवान् श्री का भोजन होता है और दक्षिण के रामेश्वरम में विश्राम करते हैं । ऐसा … Continue reading
गुजरात के सौराष्ट्र की वेरावल बंदरगाह में स्थित सोमनाथ मंदिर हिन्दू संस्कृति के गौरवशाली इतिहास का जीवंत प्रमाण है । चंद्र देवता का एक नाम सोम है और सोम के नाथ हैं शिव अर्थात भोलेनाथ । भारत के सर्वप्रथम बारह ज्योतिर्लिंगों में सबसे पहला ज्योतिर्लिग है सोमनाथ । यह प्राचीनतम तीर्थस्थलों में से एक धार्मिक … Continue reading
रामेश्वरम… वैष्णववाद और शैववाद का पवित्र संगम, दक्षिण का बनारस करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रामेश्वरम एक धार्मिक स्थल होने के साथ साथ अत्यंत रमणीय स्थल के रूप में भी विख्यात है । यहाँ स्वयं श्री राम ने दो ज्योतिर्लिंगों की स्थापना की जिनमे से पहले को “रामलिंगम” और दूसरे को “वैश्वलिंगम” कहा जाता … Continue reading
ज्योतिषहिन्दी.इन के नियमित पाठकों का ह्रदय से अभिनन्दन । आज हम एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय को लेकर आपके समक्ष प्रस्तुत हो रहे हैं । यह विषय है “नक्षत्रों का शरीर के अंगों पर प्रभाव” Nakshtras effects on different body parts । अभी तक आप जान ही चुके हैं की प्रत्येक राशि के अंतर्गत सवा दो … Continue reading