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गर्भ गौरी रुद्राक्ष

रुद्राक्ष

रुद्राक्ष शब्द दो शब्दों ‘रुद्र’ और ‘अक्ष’ से बना है जहां रुद्र भगवान शिव का नाम है और अक्ष का अर्थ है आंसू। रुद्राक्ष को प्राचीन काल से आभूषण के रूप में, सुरक्षा के लिए, ग्रह शांति के लिए और आध्यात्मिक लाभ के लिए प्रयोग किया जाता रहा है। रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करता है। इसे धारण करने का अर्थ है देवो के देव महादेव का आशीर्वाद प्राप्त करना। हिंदू पौराणिक कथाओं में रुद्राक्ष का अत्यधिक महत्व है। इन्हें बेहद शक्तिशाली माना जाता है। रुद्राक्ष नकारात्मक ऊर्जाओं का सफाया करते हैं और उनके पहनने वाले की रक्षा करते हैं।

गर्भ गौरी रुद्राक्ष माता गौरी और भगवान गणेश का स्वरुप हैं।

गर्भ गौरी रुद्राक्ष ईष्‍ट देव भूमि देवी हैं।

स्‍त्री मातृ सुख या संतान सुख की प्राप्ति के लिए गर्भ गौरी रुद्राक्ष जरूर धारण कर सकते है।

राशि के अनुसार – गर्भ गौरी रुद्राक्ष कोई भी धारण कर सकता है।

लग्न के अनुसार – गर्भ गौरी रुद्राक्ष कोई भी धारण कर सकता है।

गर्भ गौरी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र –

ॐ गणेशाय नमःॐ नमः शिवाय इस मंत्र का १०८ बार उच्चारण करके रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए।

सावधान रहे – रत्न और रुद्राक्ष कभी भी लैब सर्टिफिकेट के साथ ही खरीदना चाहिए। आज मार्केट में कई लोग नकली रत्न और रुद्राक्ष बेच रहे है, इन लोगो से सावधान रहे। रत्न और रुद्राक्ष कभी भी प्रतिष्ठित जगह से ही ख़रीदे। 100% नेचुरल – लैब सर्टिफाइड रत्न और रुद्राक्ष ख़रीदे, अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

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नवग्रह के नग, नेचरल रुद्राक्ष की जानकारी के लिए आप हमारी साइट Your Astrology Guru पर जा सकते हैं। सभी प्रकार के नवग्रह के नग – हिरा, माणिक, पन्ना, पुखराज, नीलम, मोती, लहसुनिया, गोमेद मिलते है। 1 से 14 मुखी नेचरल रुद्राक्ष मिलते है। सभी प्रकार के नवग्रह के नग और रुद्राक्ष बाजार से आधी दरों पर उपलब्ध है। सभी प्रकार के रत्न और रुद्राक्ष सर्टिफिकेट के साथ बेचे जाते हैं। रत्न और रुद्राक्ष की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।

गर्भ गौरी रुद्राक्ष कौनसे देवी-देवता का प्रतिक है?

गौरी शंकर रुद्राक्ष भगवान शिव के भैरव रूप का स्वरुप हैं। गौरी शंकर रुद्राक्ष ईष्‍ट देव भगवान शिव और मां पार्वती हैं। गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने से शिव और शक्ति दोनों की कृपा प्राप्त होती है।

गर्भ गौरी रुद्राक्ष का स्वामी ग्रह कौनसा है?

गौरी शंकर रुद्राक्ष का स्वामी ग्रह शुक्र हैं।

राशि के अनुसार गर्भ गौरी रुद्राक्ष किसको धारण करना चाहिए?

राशि के अनुसार – गर्भ गौरी रुद्राक्ष कोई भी धारण कर सकता है।

लग्न के अनुसार गर्भ गौरी रुद्राक्ष किसको धारण करना चाहिए?

लग्न के अनुसार – गर्भ गौरी रुद्राक्ष कोई भी धारण कर सकता है।

गर्भ गौरी रुद्राक्ष धारण करने मंत्र?

गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र – ॐ नमः दुर्गाए, ॐ अर्ध्नारिश्वराए नमः
इस मंत्र का १०८ बार उच्चारण करके रुद्राक्ष को धारण करना चाहिए।

असली गर्भ गौरी रुद्राक्ष कहा से ख़रीदे?

असली और सर्टिफाइड गर्भ गौरी रुद्राक्ष खरीदने के लिए सिर्फ जेम्स फॉर एवरीवन पर भरोसा करें। हमारे यहाँ आपको सभी प्रकार के रुद्राक्ष होलसेल भाव में मिल जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 08275555557, 08275555507

गर्भ गौरी रुद्राक्ष खरीदने से पहले ये जरुर ध्यान दे?

रुद्राक्ष कभी भी लैब सर्टिफिकेट के साथ ही खरीदना चाहिए। आज मार्केट में कई लोग नकली रुद्राक्ष बेच रहे है, इन लोगो से सावधान रहे। रत्न और रुद्राक्ष कभी भी प्रतिष्ठित जगह से ही ख़रीदे। 100% नेचुरल – लैब सर्टिफाइड रुद्राक्ष खरीदें के लिए सिर्फ जेम्स फॉर एवरीवन पर भरोसा करें, अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 08275555557, 08275555507

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Your Astrology Guru

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