रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए।
जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 4 नंबर लिखा हो, तो जातक का कर्क लग्न होता है।
Table of Contents
कर्क लग्न में रत्न
लग्न के अनुसार कर्क लग्न मैं जातक मोती, माणिक, मूंगा और पुखराज रत्न धारण कर सकते है।
लग्न के अनुसार कर्क लग्न मैं जातक को पन्ना, हीरा, और नीलम रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए।
कर्क लग्न में मोती रत्न
Real Pearl with Lab Certificate – Moti
मोती धारण करने से पहले – मोती की अंगूठी या लॉकेट को शुद्ध जल या गंगा जल से धोकर पूजा करें और मंत्र का जाप करके धारण करना चाहिए।कौनसी उंगली में मोती धारण करें – मोती की अंगूठी को कनिष्का उंगली में धारण करना चाहिए।मोती कब धारण करें – मोती को सोमवार के दिन, चंद्र के होरे में, चंद्रपुष्य नक्षत्र में, या चंद्र के नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, श्रवण नक्षत्र में धारण कर सकते है।कौनसे धातु में मोती धारण करें – चांदी में मोती रत्न धारण कर सकते है।मोती धारण करने का मंत्र – ॐ चं चन्द्राय नमः। इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।ध्यान रखे मोती धारण करते समय राहुकाल ना हो।नेचुरल और सर्टिफाइड मोती खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें या संपर्क करें 08275555557 पर सुबह 11 बजे से रात 8 बजे के बीच।
कर्क लग्न में माणिक रत्न
Natural Lab Certified Ruby – Manik
माणिक धारण करने से पहले – माणिक की अंगूठी या लॉकेट को शुद्ध जल या गंगा जल से धोकर पूजा करें और मंत्र का जाप करके धारण करना चाहिए।कौनसी उंगली में माणिक धारण करें – माणिक की अंगूठी को अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।माणिक कब धारण करें – माणिक को रविवार के दिन, रवि के होरे में, पुष्यनक्षत्र को, या सूर्य के नक्षत्र मघा नक्षत्र, पूर्वा फ़ाल्गुनी नक्षत्र, उत्तरा फ़ाल्गुनी नक्षत्र, पुष्यनक्षत्र को में धारण कर सकते है।कौनसे धातु में माणिक धारण करें – तांबे, पंचधातु या सोने में माणिक धारण कर सकते है।माणिक धारण करने का मंत्र – ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः। इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।ध्यान रखे माणिक धारण करते समय राहुकाल ना हो।नेचुरल और सर्टिफाइड माणिक खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें या संपर्क करें 08275555557 पर सुबह 11 बजे से रात 8 बजे के बीच।
कर्क लग्न में मूंगा रत्न
Natural Lab Certified Red Coral – Moonga
मूंगा धारण करने से पहले – मूंगे की अंगूठी या लॉकेट को गंगाजल से अथवा शुद्ध जल से स्नान कराकर मंत्र का जाप करके धारण करना चाहिए।कौनसी उंगली में मूंगा धारण करें – मूंगे की अंगूठी को अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।मूंगा कब धारण करें – मूंगा को मंगलवार के दिन, मंगल के होरे में, मंगलपुष्य नक्षत्र को या मंगल के नक्षत्र मृगशिरा नक्षत्र, चित्रा नक्षत्र या धनिष्ठा नक्षत्र में धारण कर सकते है।कौनसे धातु में मूंगा धारण करें – मूंगा रत्न तांबा, पंचधातु या सोने मे धारण कर सकते है।मूंगा धारण करने का मंत्र – ॐ भौं भौमाय नमः। इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।ध्यान रखे मूंगा धारण करते समय राहुकाल ना हो।नेचुरल और सर्टिफाइड मूंगा खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें या संपर्क करें 08275555557 पर सुबह 11 बजे से रात 8 बजे के बीच।
कर्क लग्न में पुखराज रत्न
Natural Lab Certified Yellow Sapphire – Pukhraj
पुखराज धारण करने से पहले – पुखराज की अंगूठी या लॉकेट को शुद्ध जल या गंगा जल से धोकर पूजा करें और मंत्र का जाप करके धारण करना चाहिए।कौनसी उंगली में पुखराज धारण करें – पुखराज की अंगूठी को तर्जनी उंगली में धारण करना चाहिए।पुखराज कब धारण करें – पुखराज को गुरुवार के दिन, गुरु के होरे में, गुरुपुष्य नक्षत्र को, या गुरु के नक्षत्र पुनर्वसु नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में धारण कर सकते है।कौनसे धातु में पुखराज धारण करें – सोने में या पंचधातु में पुखराज रत्न धारण कर सकते है।पुखराज धारण करने का मंत्र – ॐ बृ बृहस्पतये नम:। इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।ध्यान रखे पुखराज धारण करते समय राहुकाल ना हो।नेचुरल और सर्टिफाइड पुखराज खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करें या संपर्क करें 08275555557 पर सुबह 11 बजे से रात 8 बजे के बीच।
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सावधान रहे – रत्न और रुद्राक्ष कभी भी लैब सर्टिफिकेट के साथ ही खरीदना चाहिए। आज मार्केट में कई लोग नकली रत्न और रुद्राक्ष बेच रहे है, इन लोगो से सावधान रहे। रत्न और रुद्राक्ष कभी भी प्रतिष्ठित जगह से ही ख़रीदे। 100% नेचुरल – लैब सर्टिफाइड रत्न और रुद्राक्ष ख़रीदे, अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
नवग्रह के नग, नेचरल रुद्राक्ष की जानकारी के लिए आप हमारी साइट Your Astrology Guru पर जा सकते हैं। सभी प्रकार के नवग्रह के नग – हिरा, माणिक, पन्ना, पुखराज, नीलम, मोती, लहसुनिया, गोमेद मिलते है। 1 से 14 मुखी नेचरल रुद्राक्ष मिलते है। सभी प्रकार के नवग्रह के नग और रुद्राक्ष बाजार से आधी दरों पर उपलब्ध है। सभी प्रकार के रत्न और रुद्राक्ष सर्टिफिकेट के साथ बेचे जाते हैं। रत्न और रुद्राक्ष की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
कुंडली में कर्क लग्न कब होता है?
जन्म कुंडली के लग्न चार्ट के प्रथम स्थान में अगर 4 नंबर लिखा हो, तो जातक का कर्क लग्न होता है।
कर्क लग्न के जातक के लिए सलाह?
रत्न कभी भी राशि के अनुसार नहीं पहनना चाहिए, रत्न कभी भी लग्न, दशा, महादशा के अनुसार ही पहनना चाहिए।
लग्न के अनुसार कर्क लग्न में कौनसा रत्न धारण करना चाहिए?
लग्न के अनुसार कर्क लग्न मैं जातक मोती, माणिक, मूंगा और पुखराज रत्न धारण कर सकते है।
लग्न के अनुसार कर्क लग्न में कौनसा रत्न धारण नहीं करना चाहिए?
लग्न के अनुसार कर्क लग्न मैं जातक को पन्ना, हीरा, और नीलम रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए।
कर्क लग्न के जातक अपना रत्न कहा से ख़रीदे?
असली और सर्टिफाइड रत्न खरीदने के लिए सिर्फ जेम्स फॉर एवरीवन पर भरोसा करें। हमारे यहाँ आपको सभी प्रकार के रत्न होलसेल भाव में मिल जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 08275555557, 08275555507
कर्क लग्न के जातक रत्न खरीदने से पहले ये जरुर ध्यान दे?
रत्न कभी भी लैब सर्टिफिकेट के साथ ही खरीदना चाहिए। आज मार्केट में कई लोग नकली रत्न बेच रहे है, इन लोगो से सावधान रहे। रत्न और रुद्राक्ष कभी भी प्रतिष्ठित जगह से ही ख़रीदे। 100% नेचुरल – लैब सर्टिफाइड रत्न खरीदें के लिए सिर्फ जेम्स फॉर एवरीवन पर भरोसा करें, अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 08275555557, 08275555507
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