लेख सारिणी
व्यापार में वृद्धि के टोटके – Vyapar Me Vridhi Ke Upay
आज हम लाल किताब के व्यापार बढ़ाने के उपाय और व्यापार में वृद्धि के टोटके के साथ व्यापार में वृद्धि के लिए मंत्र या यु कहे की व्यापार बढ़ाने का मंत्र के बारे में जानेंगे, कैसे व्यापार में रुकावट के उपाय करके व्यापार में उन्नति के कर सकते है।
लाल किताब व्यापार में उन्नति के उपाय
अगर आपका व्यापार-व्यवसाय मंदा चल रहा है। किसी भी काम के शुरू करने के बाद उसमें ऐसा लाभ नहीं मिलता जैसा सोच रहे हैं, दुकान खुब सजाधजा कर रखने पर भी उसमें ग्राहक नहीं आते तो अब चिंता की बात नहीं है। हम आपको ऐसे कुछ सिद्ध totke बता रहे हैं जिससे थोड़े से प्रयास से आपको बेहतर परिणाम मिलेंगे।
लेकिन इन प्रयोगों को करने से पहले आपको मन में कुछ बातें ठाननी पड़ेंगी। एक, हमेशा सत्य बोलेंगे, दूसरों का अहित नहीं करेंगे और तीसरा हमेशा अपना श्रेष्ठतम परिणाम देंगे। जब आप कोई टोटका प्रयोग में ला रहे हों तो इसके बारे में किसी को बताए नहीं, इससे टोटके का प्रभाव कम हो जाता है। इन टोटकों को आजमाइए, लाभ जरूर मिलेगा।
- शनिवार को पीपल के पेड़ से एक पत्ता तोड़ लाएं, उसे धूप-बत्ती दिखाकर अपनी दुकान की गादी जिस पर आप बैठते हैं, उसके नीचे रख दें। सात शनिवार तक लगातार ऐसा ही करें। जब गादी के नीचे सात पत्ते इकट्ठे हो जाएं तो उन्हें एक साथ किसी तालाब या कुएं में बहा दें। व्यवसाय चल निकलेगा।
- किसी ऐसी दुकान जो काफी चलती हो वहां से लोहे की कोई कील या नट आदि शनिवार के दिन खरीदकर, मांगकर या उठाकर ले आएं। काली उड़द के 10-15 दानों के साथ उसे एक शीशी में रख लें। धूप-दीप से पूजाकर ग्राहकों की नजरों से बचाकर दुकान में रख लें। व्यवसाय खुब चलेगा
- शनिवार को सात हरी मिर्च और सात नींबू की माला बनाकर दुकान में ऐसे टांगें कि उस पर ग्राहक की नजर पड़े।
व्यापार में रुकावट के उपाय
व्यापार स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो वहां श्वेतार्क गणपति तथा एकाक्षी श्रीफल की स्थापना करें। फिर नियमित रूप से धूप, दीप आदि से पूजा करें तथा सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग लगाकर प्रसाद यथासंभव अधिक से अधिक लोगों को बांटें। भोग नित्य प्रति भी लगा सकते हैं।
टोटका दस-यदि आपको लगता है कि आपका कार्य किसी ने बांध दिया है और चाहकर भी उसमें बढ़ोतरी नहीं हो रही है व सब तरफ से मन्दा एवं बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आपको साबुत फिटकरी दुकान में खड़े होकर 31 बार वार दें और दुकान से बाहर निकल कर किसी चौराहे पर जाकर उत्तर दिशा में फेंक कर बिना पीछे देखें वापस आ जाएं। नजरदूर हो जाएगी और व्यापार फिर से पूर्व की भांति चलने लगेगा।
व्यापार में वृद्धि के लिए मंत्र – Vyapar Vridhi Mantra
एक नीबू लेकर उस पर चार लौंग गाड़ दें और उसे हाथ में रखकर निम्नलिखित व्यापार बढ़ाने का मंत्र “ॐ श्री हनुमते नमः “ का 21 बार जप करें। जप के बाद नीबू को अपनी जेब में रख कर जिनसे कार्य होना हो, उनसे जाकर मिलें।
इसके अतिरिक्त शनिवार को पीपल का एक पत्ता गंगा जल से धोकर हाथ में रख लें और गायत्री मंत्रा का २१ बार जप करें। फिर उस पत्ते को धूप देकर अपने कैश बॉक्स में रख दें। यह क्रिया प्रत्येक शनिवार को करें और पत्ता बदल कर पहले के पत्ते को पीपल की जड़ में में रख दें। यह क्रिया निष्ठापूर्वक करें, कारोबार में उन्नति होगी।
व्यापार में उन्नति के लिए उपाय
व्यापार बढ़ाने के उपाय हेतु शुक्ल पक्ष में किसी भी दिन अपनी फैक्ट्री या दुकान के दरवाजे के दोनों तरफ बाहर की ओर थोडा सा गेहूं का आटा रख दें ! ध्यान रहे ऐसा करते हुए आपको कोई देखे नही !
पूजा घर में अभिमंत्रित श्री यंत्र रखें
शुक्र्वार की रात को सवा किलो काले चने भिगो दें दूसरे दिन शनिवार को उन्हें सरसों के तेल में बना लें उसके तीन हिस्से कर लें उसमें से एक हिस्सा घोडे या भैंसे को खिला दें दूसरा हिस्सा कुष्ठ रोगी को दे दें और तीसरा हिस्सा अपने सिर से घडी की सूई से उल्टे तरफ तीन बार वार कर किसी चौराहे पर रख दें । यह प्रयोग 40 दिन तक करें कारोबार में लाभ होगा !
कारोबार या कार्यक्षेत्र में झगडा हो रहा हो तो
यदि उपरोक्त स्थिति का सामना हो तो आप अपने वज़न के बराबर कच्चा कोयला लेकर जल प्रवाह कर दें । अवश्य लाभ होगा ।
लाल किताब व्यापार में उन्नति के उपाय
१. होली के पावन पर्व पर एक नए लाल कपडे में गुलाल रखकर वह पोटली तिज़ोरी में रखें। व्यवसाय में आशा से भी ज्यादा लाभ होगा।
२. निर्गुडी और सफ़ेद राई को व्यवसाय स्थल या दुकान में मुख्य द्वार पर रखने से बिक्री में बढ़ोतरी होती है।
३. यदि लाल चन्दन और मोर के पंख द्वारा भोजपत्र पर पनरिया यंत्र लिखवाकर तथा सोने के ताबीज में भरकर विधिपूर्वक यदि गले में धारण किया जाए तो व्यवसाय में आश्चर्यजनक रूप से लाभ होता है।
४. यदि हर शुक्रवार के दिन किसी लक्ष्मीनारायण मंदिर में गरीबों में गुड़ – चना बांटा जाए तो व्यापार में काफी लाभ होता है।
५. यदि पूजा स्थान में स्फटिक श्री यंत्र के साथ नागकेसर राखी जाए तो व्यापार में आशातीत सफलता मिलती है।
१. होली के पावन पर्व पर एक नए लाल कपडे में गुलाल रखकर वह पोटली तिज़ोरी में रखें। व्यवसाय में आशा से भी ज्यादा लाभ होगा।
२. निर्गुडी और सफ़ेद राई को व्यवसाय स्थल या दुकान में मुख्य द्वार पर रखने से बिक्री में बढ़ोतरी होती है।
३. यदि लाल चन्दन और मोर के पंख द्वारा भोजपत्र पर पनरिया यंत्र लिखवाकर तथा सोने के ताबीज में भरकर विधिपूर्वक यदि गले में धारण किया जाए तो व्यवसाय में आश्चर्यजनक रूप से लाभ होता है।
४. यदि हर शुक्रवार के दिन किसी लक्ष्मीनारायण मंदिर में गरीबों में गुड़ – चना बांटा जाए तो व्यापार में काफी लाभ होता है।
५. यदि पूजा स्थान में स्फटिक श्री यंत्र के साथ नागकेसर राखी जाए तो व्यापार में आशातीत सफलता मिलती है।
११. यदि व्यवसाय में लगातार अर्थ हानि होने लगे तो यह समझना चाहिए की आपके व्यवसाय या मुख्य रूप से निवास स्थान में झाड़ू को हमेशा इस तरह रखी जाए की किसी की भी निगाह न पड़े। इसे प्रयोग क करने से शीघ्र ही व्यवसाय में हानि रुक जायेगी।
१२. किसी भी शुक्रवार क भुने हुए चने तथा गुड में खट्टी गोलियां मिलाकर ८ वर्ष की आयु तक के बच्चों में बाँटने से व्यापार व्यवसाय में बढ़ोतरी होगी।
१३. यदि आप मशीनरी का व्यवसाय करते हैं और आपके पास कोई महंगी मशीन है या कोई मशीन जल्दी जल्दी खराब होती है तो काली हल्दी पीसकर उसमे केसर व गंगाजल मिलाकर महीने के प्रथम बुधवार क उस मशीन पर स्वास्तिक का चिन्ह बना दें। मशीन कभी ख़राब नहीं होगी।
१४. यदि नित्य सुबह दुकान खोलने के बाद लक्ष्मी जी की तस्वीर को धुप दीप दिखाकर पूजा की जाये तो दुकान में बिक्री बढ़ती है।
१५. शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार से चालीस दिनों तक सूर्योदय के समय सर गिला करके गायत्री मंत्र की ग्यारह माला जप करें। यह प्रयोग जितनी श्रद्धा और सच्ची भावना से किया जाएगा उतनी ही तीव्र गति से फल भी मिलेगा।
१६. एक नींबू व सात ताजा हरी मिर्च काले धागे में पिरोकर दूकान की चौखट में यूं लटकाएं की आने वाले ग्राहकों की दृष्टि उन पर पड़े। जब मिर्च सुख जाए तो शनिवार की शाम उन्हें उतारकर किसी चौराहे पर फैंक कर नयी नींबू मिर्ची लटका दें। इससे व्यापार में शीघ्र बढ़ोतरी होगी।
१७. व्यापार में दिनन दिन उत्तरत्तर वृद्धि हो इसके लिए यह एक अचूक उपाय करें। दीपावली की रात्रि में सफ़ेद रंग के इक्कीस अकीक पत्थर ले, इन्हे पांच तत्व से शुद्ध करके दीपावली पूजन के पहले पूजें। इसके बाद ग्यारह माला ॐ श्रीं श्रिययै नमः मंत्र की जपं। अगले दिन सभी अकीक को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर व्यापार स्थल में तिजोरी में रख दें। इसके प्रभाव स्वरुप व्यापार दिन दूना प्रगति करेगा।