वो है सांवरा मुरली वाला है,
हारे का सहारा,
भक्तों का प्यारा,
यही श्याम खाटू वाला है,
वो हैं साँवरा मुरली वाला है।।
तर्ज – आने वाला पल।
रिस्ता अनोखा ये,
जिनसे भी जुड़ गया,
खाटू के श्याम में उसे,
गोपाल मिल गया,
सपनों में आए,
फिर छुप जाए,
माखन चुराने वाला है,
वो हैं साँवरा मुरली वाला है।।
जिसको लगी लगन,
विश्वास हो गया,
पग पग में श्याम का,
एहसास हो गया,
दुःख जो भी आया,
टिक नही पाया,
दुखड़े मिटाने वाला है,
वो हैं साँवरा मुरली वाला है।।
बस प्रेम से इसे,
तू याद करता जा,
पल पल की है खबर इसे,
फरियाद करता जा,
उदास ना होना,
धीरज ना खोना,
गले से लगाने वाला है,
वो हैं साँवरा मुरली वाला है।।
वो है सांवरा मुरली वाला है,
हारे का सहारा,
भक्तों का प्यारा,
यही श्याम खाटू वाला है,
वो हैं साँवरा मुरली वाला है।।