Loading...

299 Big Street, Govindpur, India

Open daily 10:00 AM to 10:00 PM

बाबा रामदेव मंदिर,रामदेवरा

Uncategorized

रामदेवजी मंदिर राजस्थान के जैसलमेर जिले में पोकरण के उत्तर से लगभग १२ किमी दूर है। यह मन्दिर रामदेवरा गांव में स्थित है। यहाँ बाबा रामदेवजी ने १४५९ ई. में समाधि ले ली थी और तभी से इस गाँव का नाम रामदेवरा पड गया।

मेला रामदेवरा में स्थित रामदेवजी के वर्तमान मंदिर का निर्माण सन् 1939 में बीकानेर के महाराजा श्री गंगासिंह जी ने करवाया था । देश में ऐसे अनूठे मंदिर कम ही हैं जो हिन्दू मुसलमान दोनों की आस्था के केन्द्र बिन्दु हैं । बाबा रामदेव का मंदिर इस दृष्टि से भी अनुपम है कि वहां बाबा रामदेव की मूर्ति भी है और मजार भी । यह मंदिर इस नजरिये से भी हजारों श्रद्धालुओं को आकृष्ट करता है कि बाबा के पवित्रा राम सरोवर में स्नान से अनेक चर्मरोगों से मुक्ति मिलती है । इन्हीं रामसा पीर का वर्णन लोकगीतों में ‘‘आँध्यां ने आख्यां देवे म्हारा रामसापीर’’ कह कर किया जाता है । श्रद्धालु केवल आसपास के इलाकों से ही नहीं आते वरन् गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी हजारों की संख्या में आते हैं ।

यहाँ पर भादवा शुक्ल द्धितीय से भादव शुक्ला एकादशी तक भरने वाले इस मेले में सुदूर प्रदेशों के व्यापारी आकर हाट व दूकानें लगाते हैं । पैदल यात्रियों के जत्थे हफ्तों पहले से बाबा की जय-जयकार करते हुए अथक परिश्रम और प्रयास से रूंणीचे पहुंचते हैं । लोकगीतों की गुंजन और भजन कीर्तनों की झनकार के साथ ऊँट लढ्ढे, बैलगाड़िया और आधुनिक वाहन यात्रियों को लाखों की संख्या में बाबा के दरबार तक पहुंचाते हैं । यहां कोई छोटा होता है न कोई बडा, सभी लोग आस्था, भक्ति और विश्वास से भरे, रामदेव जी को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचते हैं । यहां मंदिर में नारियल, पूजन सामग्री और प्रसाद की भेंट चढाई जाती है । मंदिर के बाहर और धर्मशालाओं में सैकडों यात्रियों के खाने-पीने का इंतजाम होता है । प्रशासन इस अवसर पर दूध व अन्य खाद्य सामग्री की व्यवस्था करता है । विभिन्न कार्यालय अपनी प्रदर्शनियां लगाते हैं । प्रचार साहित्य वितरित करते हैं और अनेक उपायों से मेलार्थियों को आकृष्ट करते हैं । मनोरंजन के अनेक साधन यहां उपलब्ध रहते हैं । श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ-साथ मेलार्थी अपना मनोरंजन भी करते हैं और आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी भी । निसंतान दम्पत्ति कामना से अनेक अनुष्ठान करते हैं तो मनौती पूरी होने वाले बच्चों का झडूला उतारते हैं और सवामणी करते हैं । रोगी रोगमुक्त होने की आशा करते हैं तो दुखी आत्माएं सुख प्राप्ति की कामना और एक लोक देवता में आस्था और विश्वास प्रकट करता हुआ यह मेला एकादशी को सम्पन्न हो जाता है ।

{youtube}oY5HTNrA3Ag{/youtube}

इतिहास

रामदेवरा किसी समय जोधपुर राज्य का गांव था जो जागीर में मंदिर को दे दिया गया था । इस गांव के ऐतिहासिक व प्रामाणिक तथ्य केवल यही तक ज्ञात हैं कि इसकी स्थापना रामदेवजी की जन्म तिथि और समाधि दिवस के मध्य काल में हुई होगी । वर्ष 1941 से यह फलौदी तहसील का अंग बनगया और बाद में जैसलमेर जिले की पोकरण तहसील बन जाने पर उसमें शामिल कर दिया गया ।

बाबा रामदेव मंदिर पोकरण से लगभग 12 किमी की दूरी पर रामदेवरा नामक एक गांव में स्थित है। रामदेव जी, राजस्थान के हिंदूओं के एक आराध्य, की समाधि मंदिर में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि राजपूत राजा और 14 वीं सदी के संत, रामदेव जी असाधारण शक्तियों के मालिक थे, जिसकी प्रसिद्धि दूर-दूर तक थी। उन्होनें अपना पूरा जीवन गरीबों और पिछड़े वर्गों की सेवा में समर्पित कर दिया था। वर्तमान में, देश के कई सामाजिक समूहों उनकी अपने इष्ट देव के रूप में पूजा करते हैं।

मंदिर की वर्तमान इमारत 1931 में बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह द्वारा उस स्थान पर बनवाई गई है जहां रामदेव जी नें अपने नश्वर शरीर को त्यागा था। रामदेव जी के मुख्य शिष्यों की समाधियां भी पांच मुस्लिम पीरों की कब्रों के साथ मंदिर परिसर में स्थित है। ये पीर मक्का से यहाँ रामदेव जी, जिन्हें उनके समुदाय में ‘राम शाह पीर’ कहा जाता था, को श्रद्धांजलि देने के लिए आये थे।

गांव के पास एक रामसर नामक पोखर स्थित है, और लोगों का मानना है कि स्वंय बाबा ने इसका निर्माण किया था। वहाँ मंदिर के आसपास के क्षेत्र में एक सीढ़ीदार कुआं स्थित है।ऐसा माना जाता है कि इसके पानी में असाधारण चिकित्सा शक्तियां है।

बाबा रामदेवजी सभी मनुष्यों की समानता में विश्वास करते थे, ऊंच या नीच जाति, अमीर या गरीब उनके लिए सब समान थे। वे मनुवांछित वरदान देकर समाज में पिछ्डी जाति को सम्मान दिलाने कि कोशिश किया करते थे। उन्की पूजा हिन्दु मुसलमान के विभाजन से परे है। आज के समय में उनके अनुयायियों की कतार हिन्दुस्तान से पाकिस्तान तक हर जगह है।

Written by

Your Astrology Guru

Discover the cosmic insights and celestial guidance at YourAstrologyGuru.com, where the stars align to illuminate your path. Dive into personalized horoscopes, expert astrological readings, and a community passionate about unlocking the mysteries of the zodiac. Connect with Your Astrology Guru and navigate life's journey with the wisdom of the stars.

Leave a Comment

Item added to cart.
0 items - 0.00