Loading...

299 Big Street, Govindpur, India

Open daily 10:00 AM to 10:00 PM

भाई दूज व्रत कथा

भाई दूज व्रत कथा | Bhai Dooj Katha

भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह के प्रतीक का पर्व भाई दूज की कथा इस प्रकार से है-
भगवान सूर्यदेव की पत्नी का नाम छाया था । उसकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ ।

यमुना अपने भाई यमराज से बडा स्नेह करती थी । वह उससे बराबर निवेदन करती है वह उसके घर आकर भोजन करें । लेकिन यमराज अपने काम में व्यक्त रहने के कारण यमुना की बात को टाल जाते है। कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना ने अपने भाई यमराज को भोजन करने के लिए बुलाया ।

बहन के घर आते समययमराज ने नरक मे निवास करने वाले जीवो को मुक्त कर दिया । भाई को देखते ही यमुना ने हर्ष विभोर होकर भाई कास्वागत सत्कार किया तथा भोजन करवाया है ।

इससे प्रसन्न होकर यमराज ने बहन से वर माँगने को कहा। बहन ने भाईसे कहा,”आप प्रतिवर्ष इस दिन मेरे यहा भोजन करने आया करेंगे तथा इस दिन जो बहन अपने भाई को टीका करकेभोजन खिलाए उसे आपका भय न रहे।“

यमराज तथास्तु कहकर यमुना को अमुल्य वस्त्राभूषण देकर यमपुरी की चले गये । ऐसी मान्यता है कि जो भाई आजके दिन यमुना में स्नान करके पुरी श्रद्धा से बहनो के आतिथ्य को स्वीकार करते है । उन्हे यम का भय नही रहता ।

Written by

Your Astrology Guru

Discover the cosmic insights and celestial guidance at YourAstrologyGuru.com, where the stars align to illuminate your path. Dive into personalized horoscopes, expert astrological readings, and a community passionate about unlocking the mysteries of the zodiac. Connect with Your Astrology Guru and navigate life's journey with the wisdom of the stars.

Leave a Comment

Item added to cart.
0 items - 0.00